हाल ही में, सिग्नल एप्लिकेशन की अध्यक्ष मेरिडिथ व्हिटेकर ने सिग्नल की सुरक्षा विशेषताओं को व्हाट्सएप की तुलना में श्रेष्ठ बताया है। यह बयान तब आया जब अमेरिकी प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों ने गलती से एक पत्रकार को सिग्नल ग्रुप चैट में शामिल कर लिया, जिसमें यमन के हूथी विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई पर चर्चा हो रही थी। इस घटना को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा में चूक माना गया है।
सिग्नल की सुरक्षा विशेषताएं
मेरिडिथ व्हिटेकर के अनुसार, सिग्नल एक ओपन सोर्स, गैर-लाभकारी संगठन है जो एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन और मेटाडेटा सुरक्षा प्रदान करता है। इसका अर्थ है कि सिग्नल उपयोगकर्ताओं के संदेशों की सामग्री के साथ-साथ यह भी सुरक्षित रखता है कि कौन किससे बात कर रहा है। व्हिटेकर ने इसे “निजी संचार में स्वर्ण मानक” कहा है।
व्हाट्सएप की प्रतिक्रिया
व्हाट्सएप के प्रवक्ता ने कहा कि वे स्पैम रोकथाम और सेवा की सुरक्षा के लिए मेटाडेटा का उपयोग करते हैं, लेकिन उपयोगकर्ताओं के संदेशों की सामग्री को नहीं देखते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि व्हाट्सएप उपयोगकर्ताओं के संदेशों या कॉल्स के लॉग नहीं रखता है और विज्ञापनों के लिए व्यक्तिगत संदेशों को ट्रैक नहीं करता है।
सुरक्षा विशेषज्ञों की राय
सुरक्षा विशेषज्ञ एडवर्ड स्नोडेन ने पहले भी सिग्नल की सुरक्षा की प्रशंसा की है और इसे व्हाट्सएप से अधिक सुरक्षित माना है। उन्होंने कहा कि सिग्नल का उपयोग वे स्वयं प्रतिदिन करते हैं और यह उनकी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
उपयोगकर्ताओं की पसंद
सिग्नल की डाउनलोड संख्या में वृद्धि देखी गई है, विशेष रूप से अमेरिका में, जहां 2025 की पहली तिमाही में डाउनलोड्स में 16% की वृद्धि हुई है। यह दर्शाता है कि उपयोगकर्ता अपनी निजी जानकारी की सुरक्षा को लेकर अधिक जागरूक हो रहे हैं और सुरक्षित विकल्पों की तलाश कर रहे हैं।
सिग्नल और व्हाट्सएप दोनों ही एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन प्रदान करते हैं, लेकिन सिग्नल मेटाडेटा सुरक्षा में अतिरिक्त कदम उठाता है। उपयोगकर्ताओं को अपनी सुरक्षा आवश्यकताओं के आधार पर इन प्लेटफॉर्म्स का चयन करना चाहिए।