भारत का फैशन उद्योग अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आधुनिकता के मेल से वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है। हाल के वर्षों में, भारतीय फैशन वीक ने न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ी है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि भारत फैशन की दुनिया में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन चुका है।
फैशन वीक: ट्रेंड्स की दिशा में अग्रसर
2024 में आयोजित फैशन वीक में कई नए और रोचक ट्रेंड्स देखने को मिले, जिन्होंने मिलेनियल्स से लेकर जेन जेड तक सभी को प्रभावित किया। इनमें से कुछ प्रमुख ट्रेंड्स इस प्रकार हैं:
- सस्टेनेबल फैशन: पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता के चलते, ऑर्गेनिक कॉटन, बांस और रिसाइकिल की गई सामग्री से बने कपड़ों की मांग बढ़ी है। सेकेंड हैंड शॉपिंग और विंटेज कपड़े भी लोकप्रिय हो रहे हैं।
- जेंडर-न्यूट्रल फैशन: पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए एक जैसे कपड़ों का चलन बढ़ा है, जिसमें ओवरसाइज़्ड जैकेट, यूनिसेक्स ट्राउज़र और नियॉन रंग के कपड़े शामिल हैं। citeturn0search2
- मोनोक्रोम लुक: एक ही रंग के अलग-अलग शेड्स का उपयोग करके आकर्षक लुक हासिल किया जा रहा है, जिसमें काले, सफ़ेद, ग्रे और पेस्टल रंग प्रमुख हैं।
भारतीय डिजाइनरों का वैश्विक मंच पर उदय
भारतीय डिजाइनरों ने अपनी कला और नवाचार के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय फैशन जगत में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। राहुल मिश्रा जैसे डिजाइनर पारंपरिक तकनीकों को आधुनिक सौंदर्यशास्त्र के साथ मिलाकर पेरिस फैशन वीक में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं। citeturn0search3
इसके अलावा, सब्यसाची मुखर्जी की डिज़ाइन्स, जो पारंपरिक भारतीय कढ़ाई को आधुनिक गाउन के साथ जोड़ती हैं, ने विश्व मंच पर खूब सराहना प्राप्त की है।
वैश्विक फैशन ब्रांडों की भारत में रुचि
मैकिंजी फैशन ग्रोथ फोरकास्ट के अनुसार, 2025 में भारत लक्जरी ब्रांडों की खुदरा बिक्री में 15 से 20 फीसदी की वृद्धि देख सकता है, जो अमेरिका और यूरोप की तुलना में कहीं अधिक है। यह वृद्धि भारत के 43 करोड़ मध्य वर्ग की बढ़ती क्रय शक्ति और फैशन के प्रति उनकी रुचि को दर्शाती है।
भारतीय फैशन वीक और डिजाइनरों की बढ़ती वैश्विक उपस्थिति यह संकेत देती है कि भारत फैशन की दुनिया में एक महत्वपूर्ण केंद्र बन रहा है। पारंपरिक शिल्प कौशल और आधुनिक डिज़ाइन के संयोजन से, भारतीय फैशन उद्योग न केवल देश में बल्कि विश्व स्तर पर भी नए ट्रेंड्स स्थापित कर रहा है।