Sanjeev Kapoor Net Worth :संजीव कपूर का नाम भारतीय रसोई में एक ब्रांड बन चुका है। उनकी मेहनत, समर्पण और नवाचार ने उन्हें न केवल शेफ बल्कि एक सफल उद्यमी भी बना दिया है। आइए जानते हैं उनके जीवन की कुछ खास बातें।
जीवन परिचय
संजीव कपूर का जन्म 10 अप्रैल 1964 को हरियाणा के अंबाला में हुआ था। उन्होंने दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, पूसा से होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा किया। 1984 में करियर की शुरुआत करने के बाद, 1992 में मुंबई के सेंटौर होटल में सबसे कम उम्र के एग्जीक्यूटिव शेफ बने। उनकी पहचान ‘खाना ख़ज़ाना’ जैसे शो से बनी, जो एशिया का सबसे लंबा चलने वाला कुकिंग शो था।
नेट वर्थ और व्यापारिक साम्राज्य
2025 तक, संजीव कपूर की कुल संपत्ति लगभग ₹1000 करोड़ (लगभग $120 मिलियन) है। उनकी आय के प्रमुख स्रोतों में शामिल हैं:
- वंडरशेफ: यह उनकी किचन एप्लायंसेज और गियर बनाने वाली कंपनी है, जिसकी वैल्यू ₹750 करोड़ है।
- रेस्टोरेंट चेन: ‘द येलो चिली’, ‘सिग्नेचर’, ‘ख़ज़ाना’ जैसे ब्रांड्स भारत, यूएस और मिडिल ईस्ट में फैले हुए हैं। इनसे ₹200 करोड़ से अधिक की आय होती है।
- टीवी चैनल ‘फूड फूड’: इस चैनल से ₹50 करोड़ से अधिक की वार्षिक आय होती है।
- ब्रांड एंडोर्समेंट्स: Ariel, Dettol, Daawat Basmati Rice, और Sleek Kitchen जैसे ब्रांड्स के साथ साझेदारी से प्रति एंडोर्समेंट ₹30-40 लाख की कमाई होती है।
पुरस्कार और सम्मान
संजीव कपूर को 2017 में पद्म श्री जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा गया। इसके अलावा, उन्होंने ‘खाना ख़ज़ाना’ के लिए ITA अवार्ड्स (2002, 2004, 2010) और ‘Zaika-E-Hind’ के लिए ITA अवार्ड (2015) भी जीते हैं।
किताबें और मीडिया उपस्थिति
संजीव कपूर के 10 मिलियन से अधिक कुकबुक बिक चुके हैं, जिससे ₹80 करोड़ की आय हुई है। उन्होंने ‘The Yellow Chilli Cookbook’, ‘Mastering the Art of Indian Cooking’, ‘How to Cook Indian’ जैसी किताबें लिखी हैं। इसके अलावा, उनका यूट्यूब चैनल और ऐप्स भी उनकी लोकप्रियता में योगदान देते हैं।
प्रेरणा का स्रोत
संजीव कपूर का जीवन यह दर्शाता है कि शिक्षा, मेहनत और नवाचार से कोई भी व्यक्ति अपने सपनों को साकार कर सकता है। उन्होंने बिना IIT या IIM की डिग्री के भी एक विशाल साम्राज्य खड़ा किया है। उनकी सफलता हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो अपने जुनून को व्यवसाय में बदलना चाहता है।
संजीव कपूर न केवल भारतीय रसोई के मास्टर शेफ हैं, बल्कि एक सफल उद्यमी, लेखक और प्रेरणा स्रोत भी हैं। उनकी यात्रा यह सिद्ध करती है कि यदि इरादा मजबूत हो, तो कोई भी सपना साकार किया जा सकता है।