Shashi Tharoor Net Worth:शशि थरूर, भारतीय राजनीति के एक ऐसे चमकते सितारे हैं, जिनकी पहचान केवल एक सांसद तक सीमित नहीं है। वे एक प्रखर वक्ता, लेखक और पूर्व संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारी भी हैं। हाल ही में, उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अपने नामांकन पत्र में अपनी संपत्ति का खुलासा किया, जो उनके प्रभावशाली करियर की एक और झलक प्रस्तुत करता है।
संपत्ति का विवरण
शशि थरूर की कुल संपत्ति 55 करोड़ रुपये से अधिक है, जो 2014 में 23 करोड़ रुपये और 2019 में 35 करोड़ रुपये थी। इस प्रकार, पिछले एक दशक में उनकी संपत्ति में दोगुनी से अधिक वृद्धि हुई है। उनकी चल संपत्ति 49 करोड़ रुपये से अधिक है, जिसमें 19 बैंक खातों में जमा राशि, बॉन्ड, डिबेंचर, म्यूचुअल फंड और अन्य निवेश शामिल हैं। इसके अलावा, उनके पास 534 ग्राम सोना (32 लाख रुपये मूल्य) और 36,000 रुपये नकद हैं। अचल संपत्ति की बात करें, तो उनकी कीमत 6.75 करोड़ रुपये है, जिसमें पलक्कड़ में 2.51 एकड़ कृषि भूमि (उनका हिस्सा 1.56 लाख रुपये), तिरुवनंतपुरम में 10.47 एकड़ जमीन (6.20 करोड़ रुपये) और राज्य की राजधानी में एक आवास (52 लाख रुपये) शामिल है। उनके पास दो कारें मारुति सियाज और मारुति XL6 भी हैं।
आमदनी के स्रोत
शशि थरूर की आय के स्रोत विविध हैं:
- सांसद वेतन: तिरुवनंतपुरम से सांसद के रूप में, उन्हें सालाना लगभग 12 लाख रुपये का वेतन प्राप्त होता है।
- संयुक्त राष्ट्र पेंशन: संयुक्त राष्ट्र में अंडर-सेक्रेटरी-जनरल के रूप में उनके कार्यकाल से उन्हें पेंशन प्राप्त होती है।
- लेखन और भाषण: एक प्रसिद्ध लेखक और वक्ता के रूप में, उन्हें किताबों की रॉयल्टी और भाषणों से भी आय होती है।
- निवेश: उनके निवेश पोर्टफोलियो में म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, डिबेंचर और अन्य वित्तीय उपकरण शामिल हैं।
एक वैश्विक दृष्टिकोण
शशि थरूर की पहचान केवल भारत तक सीमित नहीं है। वे एक वैश्विक नेता हैं, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है। उनकी वक्तृत्व कला ने उन्हें दुनिया भर में प्रशंसा दिलाई है।
शशि थरूर एक ऐसे नेता हैं, जो अपने विचारों, लेखन और वक्तृत्व से लोगों को प्रेरित करते हैं। उनकी संपत्ति का विवरण उनके विविध और समृद्ध करियर की कहानी कहता है। वे एक ऐसे राजनेता हैं, जो न केवल राजनीति में बल्कि साहित्य और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में भी अपनी छाप छोड़ते हैं।