पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने हाल ही में घरेलू क्रिकेटरों की मैच फीस में 75% तक की कटौती करने का निर्णय लिया है, जिससे खिलाड़ियों और क्रिकेट समुदाय में चिंता की लहर दौड़ गई है।
मैच फीस में भारी कटौती
पीसीबी ने आगामी नेशनल टी20 कप में खिलाड़ियों की मैच फीस को घटाकर 10,000 पाकिस्तानी रुपये प्रति मैच कर दिया है, जो पिछले संस्करण में 40,000 पाकिस्तानी रुपये थी। रिजर्व खिलाड़ियों की फीस भी घटाकर 5,000 पाकिस्तानी रुपये कर दी गई है। तीन साल पहले, यह फीस 60,000 पाकिस्तानी रुपये थी।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से हुआ आर्थिक नुकसान
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी के दौरान पीसीबी को भारी वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ा। भारत ने सुरक्षा चिंताओं के कारण पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया और अपने मैच दुबई में खेले, जिससे पीसीबी को लगभग 195 करोड़ पाकिस्तानी रुपये का नुकसान हुआ।
पीसीबी की वित्तीय स्थिति और खर्च
पीसीबी ने हाल के वर्षों में स्टेडियमों के नवीनीकरण, विदेशी कोचों की नियुक्ति और अन्य परियोजनाओं पर भारी खर्च किया है। बोर्ड ने वकार यूनिस, मिस्बाह-उल-हक, सकलैन मुश्ताक, सरफराज अहमद और शोएब मलिक जैसे मेंटर्स को भी उच्च वेतन पर नियुक्त किया है। citeturn0search0
खिलाड़ियों की कमाई के अवसर
पीसीबी का मानना है कि घरेलू कैलेंडर में अधिक टूर्नामेंट शामिल होने से खिलाड़ियों के कमाई के अवसर बढ़े हैं, जिससे मैच फीस में कटौती का प्रभाव कम होगा। हालांकि, खिलाड़ियों के लिए यह कटौती चिंता का विषय बनी हुई है।
पीसीबी की वित्तीय चुनौतियाँ और घरेलू खिलाड़ियों की मैच फीस में कटौती पाकिस्तान क्रिकेट के भविष्य के लिए चिंताजनक संकेत हैं। आवश्यक है कि बोर्ड और संबंधित हितधारक मिलकर समाधान निकालें ताकि खिलाड़ियों के हित सुरक्षित रहें और क्रिकेट का विकास बाधित न हो।