वक्फ संपत्तियां, जो धार्मिक, शैक्षिक और चैरिटेबल उद्देश्यों के लिए समर्पित होती हैं, भारत और पाकिस्तान दोनों देशों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हालांकि, इन संपत्तियों का आकार, प्रबंधन और उपयोग दोनों देशों में भिन्न है।
भारत में वक्फ संपत्तियां:
भारत में वक्फ बोर्ड के पास लगभग 9.4 लाख एकड़ भूमि है, जिसमें 8.7 लाख से अधिक संपत्तियां शामिल हैं। यह आंकड़ा भारतीय रेलवे और रक्षा विभाग के बाद वक्फ बोर्ड को देश का तीसरा सबसे बड़ा भूमि स्वामी बनाता है। इन संपत्तियों का अनुमानित मूल्य लगभग 1.2 लाख करोड़ रुपये है। उत्तर प्रदेश में वक्फ बोर्ड की सबसे अधिक संपत्तियां हैं, जो कुल का 27% हैं, इसके बाद पंजाब और पश्चिम बंगाल में 9% प्रत्येक, तमिलनाडु में 8%, और केरल, तेलंगाना, गुजरात में 5% प्रत्येक हैं।
पाकिस्तान में वक्फ संपत्तियां:
पाकिस्तान में वक्फ संपत्तियों का प्रबंधन ‘औकाफ़ विभाग’ द्वारा किया जाता है। Evacuee Trust Property Board (ETPB) के अधीन कुल 1,09,369 एकड़ भूमि है, जिसमें पंजाब में 85,331 एकड़, सिंध में 21,735 एकड़, खैबर पख्तूनख्वा में 2,301 एकड़, और बलूचिस्तान में 2 एकड़ शामिल हैं। इसके अलावा, ETPB के पास कुल 15,619 व्यावसायिक संपत्तियां हैं, जिनमें पंजाब में 46,597, सिंध में 12,362, और बलूचिस्तान में 668 इकाइयां शामिल हैं।
तुलनात्मक विश्लेषण:
इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि भारत में वक्फ संपत्तियों का क्षेत्रफल पाकिस्तान की तुलना में कई गुना अधिक है। भारत में वक्फ बोर्ड के पास 9.4 लाख एकड़ भूमि है, जबकि पाकिस्तान में ETPB के अधीन 1.09 लाख एकड़ भूमि है। यह अंतर दोनों देशों में वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन, इतिहास और सामाजिक संरचना में भिन्नताओं को दर्शाता है
भारत और पाकिस्तान में वक्फ संपत्तियां धार्मिक और सामाजिक उद्देश्यों की पूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हालांकि, इनका प्रबंधन, आकार और उपयोग दोनों देशों में अलग-अलग हैं, जो उनके ऐतिहासिक और सामाजिक परिप्रेक्ष्य को दर्शाता है।