मानवता की अंतरिक्ष खोज की यात्रा में एक और महत्वपूर्ण मोड़ आया है। NASA का जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) हाल ही में Alpha Centauri A नामक हमारे सबसे करीबी “सूर्य-समान” सितारे के पास एक नए ग्रह का मजबूत संकेत प्राप्त कर चुका है। यह सिस्टम मात्र 4.37 लाइट-वर्ष दूर है—हमारा सबसे करीबी पड़ोसी आकाशीय परिवार।
इस खोज में JWST के Mid-Infrared Instrument (MIRI) का उपयोग हुआ, जिसमें एक खास ‘coronagraph’ मास्क की मदद से Alpha Centauri A की तेज रोशनी को अवरुद्ध किया गया, जिससे बहुत मंद प्रकाश–स्त्रोतों की पहचान संभव हुई। यही प्रक्रिया S1 नामक एक कमजोर परंतु स्पष्ट बिंदु को उजागर करने में सफल रही, जो एक संभावित गैस जायंट ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। यह ग्रह लगभग शनि (Saturn) के आकार का माना जा रहा है और इसकी कक्षा हमारी पृथ्वी के सूर्य से दूरी के लगभग दोगुनी दूरी पर गहराती है।
यह ग्रह Alpha Centauri A की “हैबिटेबल जोन” में स्थित है—इस क्षेत्र को ऐसा माना जाता है जहाँ सतही पानी तरल अवस्था में मौजूद हो सकता है। हालांकि S1 एक गैस जायंट है, और इसलिए जीवन संभावित नहीं, फिर भी यह खोज बहुत रोमांचक है क्योंकि किसी सौर-स्तर के सितारे के हैबिटेबल जोन में स्थित ग्रह का सीधा छायाचित्र बनना बेहद दुर्लभ सफलता है।
लेकिन इस खोज के पीछे एक रहस्य भी है—अगले दो अवलोकनों (फरवरी और अप्रैल 2025 में) में S1 पुनः दिखाई नहीं दिया। वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि संभवतः ग्रह अपनी कक्षा के चलते स्टार की तेज रोशनी के पीछे छिप गया हो—जिस कारण JWST उसे पकड़ नहीं पाया। अनुसंधानकर्ताओं ने यह भी सुझाव दिया है कि ग्रह फिर से 2026-2027 में दिखाई दे सकता है।
CALTECH और NASA के वैज्ञानिक इस खोज को “JWST की अब तक की सबसे महत्वपूर्ण खोजों में से एक” मानते हैं, क्योंकि यह हमारी सौर प्रणाली के बाहर की निकटतम तस्वीर है। यह हमें अन्य तारे प्रणालियों की संरचना और समीपस्थ ग्रहों पर संभावित अभियान के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है। आने वाले वर्षों में Nancy Grace Roman Space Telescope समेत कई मिशन इस खोज को और पुष्टि करेंगे।
JWST द्वारा Alpha Centauri A के पास संभावित ग्रह S1 की पहचान, चाहे अभी पूरी तरह से पुष्टि ना हुई हो, अंतरिक्ष अनुसंधान में एक मील का पत्थर है। यह खोज भविष्य में हमारे भौतिक मिशनों, खगोलीय समझ और सौर-तरोत्तर नव प्रवर्तन की दिशा में एक प्रेरणा बन सकती है।