आईपीएल 2025 का रोमांच अपने चरम पर है, लेकिन मुंबई इंडियंस के खेमे में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। एक समय टीम को अपने करिश्माई कप्तान रोहित शर्मा पर गर्व था, लेकिन हाल ही में कुछ ऐसी बातें सामने आई हैं जिन्होंने टीम के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, रोहित शर्मा न सिर्फ मैदान पर बल्कि टीम के भीतर भी “उत्साहहीन” नजर आ रहे हैं।
क्या कप्तानी से हटने का असर दिख रहा है?
गौरतलब है कि रोहित शर्मा अब टीम के कप्तान नहीं हैं। हार्दिक पांड्या की कप्तानी में खेल रही मुंबई इंडियंस ने एक नए युग की शुरुआत की है, लेकिन इस बदलाव ने रोहित के मनोबल को जैसे कहीं चोट पहुंचाई हो। वे मैदान पर “उदासीन” दिखाई दे रहे हैं — न कोई जुनून, न उत्साह। उनकी बॉडी लैंग्वेज बता रही है कि कुछ ठीक नहीं है।
प्लेऑफ़ से पहले मिला SOS
टीम मैनेजमेंट और सीनियर खिलाड़ियों की ओर से रोहित को एक ‘एसओएस’ यानी इमरजेंसी कॉल भेजा गया है। उन्हें यह स्पष्ट किया गया है कि उनका अनुभव और ऊर्जा टीम के लिए अब भी बेहद जरूरी है। प्लेऑफ़ जैसे निर्णायक चरण में रोहित का पूर्ण योगदान टीम को प्रेरणा दे सकता है।
क्या टीम में ‘दो ध्रुव’ बन गए हैं?
मुंबई इंडियंस इस वक्त दो हिस्सों में बंटी हुई सी लग रही है। एक ओर हार्दिक पांड्या के समर्थक हैं, जो नई लीडरशिप को अपना रहे हैं, दूसरी ओर वे खिलाड़ी हैं जो अब भी रोहित को असली लीडर मानते हैं। ऐसे में टीम की एकजुटता पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है।
क्या करें रोहित?
रोहित शर्मा भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे हैं। आईपीएल में उनकी अगुवाई में मुंबई ने पांच बार खिताब जीता है। उन्हें चाहिए कि वे अपने अनुभव को हार्दिक के साथ मिलकर टीम की ताकत बनाएं। अगर वे खुद को “थके हुए सिपाही” की तरह पेश करेंगे, तो युवा खिलाड़ी भी भ्रमित होंगे।
नज़रें अब प्लेऑफ़ पर
मुंबई इंडियंस के लिए ये प्लेऑफ़ सिर्फ एक और ट्रॉफी की जंग नहीं है, बल्कि टीम की आंतरिक संरचना और नेतृत्व की परीक्षा भी है। क्या रोहित शर्मा अपनी नई भूमिका को स्वीकार कर टीम को मजबूती देंगे? या ये IPL उनका ‘अलविदा संदेश’ साबित होगा?
रोहित के फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि वे फिर से ‘हिटमैन’ की तरह मैदान पर लौटें और दिखा दें कि फॉर्म अस्थायी है, लेकिन क्लास हमेशा स्थायी होती है।