वर्तमान में क्रिकेट की दुनियाँ में एक जबरदस्त चर्चा का विषय है—वेस्टइंडीज़ के विस्फोटक बल्लेबाज़ निकोलस पूरन की कप्तानी और उनकी संपत्ति। रिटायरमेंट की घोषणा के 24 घंटे बाद ही उन्हें कप्तानी सौंपना, यह फैसला क्रिकेट जगत को दंग कर गया। आइए जानते हैं, कैसे बना पूरन की बतौर कप्तान नियुक्ति और ₹60–65 करोड़ के बीच अनुमानित नेट वर्थ बदलते समय की एक प्रेरक कहानी।
एक अप्रत्याशित कप्तान
11 जून 2025 को वेस्टइंडीज़ क्रिकेट बोर्ड ने घोषणा की कि पूरन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है । लेकिन इससे पहले कि कोई वास्तविक शोक में खोता, बोर्ड ने तुरंत कब्ज़ा किया उन्हें कप्तानी का कमान सौंप कर—पूरे दोयम में लीग की जिम्मेदारियाँ। यह कदम दर्शाता है कि क्रिकेट बोर्ड का भरोसा पूरन पर कितना गहरा है।
Puran Net Worth
2025 तक पूरन की कुल संपत्ति ₹60–65 करोड़ आंकी जा रही है । दूसरे स्रोत $6 मिलियन (₹50 करोड़) की भी चर्चा करते हैं, पर भारतीय मीडिया का अनुमान अधिक भरोसेमंद माना जा रहा है ।
आय के मुख्य स्रोत:
- IPL अनुबंध: लखनऊ सुपर जाइंट्स ने 2025 सीज़न के लिए उन्हें ₹21 करोड़ में रिटेन किया ।
- ब्रांड एंडोर्समेंट: प्यूमा, अंडर आर्मर जैसे बड़े ब्रांड्स से आय होती है, जिसकी अनुमानित राशि ₹6–8 करोड़ सालाना ।
- वेस्टइंडीज़ केंद्रीय अनुबंध और टी20 लीग फीस: CPL, BBL, SA20 इत्यादि से अतिरिक्त आय मिलती रहती है।
क्रिकेटर से कप्तान तक
पूरन ने सितंबर 2016 में पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू किया, और 2022 तक limited‑overs टीम की कप्तानी संभाली । हालांकि टी20 वर्ल्ड कप 2022 में टीम पहले ही राउंड में बाहर हुई, फिर भी उन्हें अपने नेतृत्व क्षमता के लिए छाँटा गया ।
रिटायरमेंट के चलते अब उनका इंटरनेशनल सफ़र समाप्त हो गया, पर फ्रैंचाइजी क्रिकेट में उनकी चमक अभी भी बरकरार है।
कप्तानी 24 घंटे में क्यों?
यह निर्णय बताता है कि वेस्टइंडीज़ बोर्ड पूरन को एक अनुभवी, शांत और प्रेरक खिलाड़ी के रूप में देखता है। उनकी कप्तानी मैनुअल की बजाय एक इमोशनल और रणनीतिक बदलाव है, जो टीम को नई दिशा दे सकता है।
प्रेरणा और प्रभाव
पूरन के इस फैसले और तेज़ी से कप्तानी सौंपे जाने पर कई विश्लेषक हैरान हैं:
- क्रिकेट विशेषज्ञों का कहना है कि पूरन की ऑरिजनल प्लानिंग ने बोर्ड को प्रभावित किया।
- टीम के साथी उन्हें भरोसेमंद और प्रेरक कहते आए हैं।
- फैंस को उम्मीद है कि अब एक नए युग की शुरुआत होने वाली है—जिसमें पूरन अपनी टीम को नई ऊँचाइयों पर ले सकते हैं।
निकोलस पूरन की यह यात्रा—क्रिकेटर से कप्तान बनने की—सिर्फ़ एक प्रोफ़ेशनल और आर्थिक सफलता नहीं; यह एक मानसिक और नेतृत्व यात्रा भी है। ₹65 करोड़ की संपत्ति, तेज़ स्विंगिंग बल्लेबाज़ी, और कप्तानी का जिम्मा—इन सभी ने मिलकर पूरन की क्रांति को आकार दिया है। चाहे वे रिटायर हो गए हों, लेकिन फ्रैंचाइज़ी क्रिकेट उनकी पहचान अभी भी बनता रहेगा।