भारत सरकार ने हाल ही में अमेरिकी बॉर्बन व्हिस्की पर आयात शुल्क को 150% से घटाकर 100% कर दिया है। यह निर्णय अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने और भारतीय उपभोक्ताओं को अधिक विकल्प प्रदान करने के उद्देश्य से लिया गया है।
बॉर्बन व्हिस्की: एक परिचय
बॉर्बन व्हिस्की अमेरिका की एक विशेष प्रकार की व्हिस्की है, जो मुख्य रूप से केंटकी राज्य में बनाई जाती है। इसे बनाने में कम से कम 51% मक्के का उपयोग होता है, और इसे सफेद ओक बैरल में लंबे समय तक परिपक्व किया जाता है, जिससे इसका विशेष स्वाद विकसित होता है।
आयात शुल्क में कटौती का कारण
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत में उच्च आयात शुल्क को लेकर चिंता व्यक्त की थी, विशेष रूप से अमेरिकी उत्पादों पर लगाए जाने वाले 150% टैरिफ के संबंध में। इस प्रतिक्रिया के तहत, भारत सरकार ने अमेरिकी बॉर्बन व्हिस्की पर आयात शुल्क में 50% की कटौती की है, जिससे यह अब 100% हो गया है।
अन्य देशों से आने वाली शराब पर आयात शुल्क
भारत में विदेशी शराब मुख्य रूप से अमेरिका, यूरोप, यूके और यूएई से आती है। वर्तमान में, अमेरिका को छोड़कर सभी देशों से आयातित शराब पर 150% आयात शुल्क लगाया जाता है। उदाहरण के लिए, 2023 में भारत ने यूके से लगभग 374 मिलियन डॉलर मूल्य की शराब आयात की, जबकि अमेरिका से 163 मिलियन डॉलर की शराब आयात की गई।
आयात शुल्क में कटौती के प्रभाव
आयात शुल्क में इस कटौती से भारतीय उपभोक्ताओं को अमेरिकी बॉर्बन व्हिस्की की कीमतों में कमी का लाभ मिलेगा। इससे अमेरिकी व्हिस्की ब्रांड्स, जैसे कि Jim Beam और Jack Daniel’s, भारतीय बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धात्मक हो जाएंगे।
भारत सरकार का यह कदम न केवल अमेरिकी उत्पादों के प्रति सकारात्मक संकेत देता है, बल्कि भारतीय उपभोक्ताओं को भी अधिक विकल्प प्रदान करता है। यह निर्णय दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करेगा और भारतीय बाजार में विविधता लाएगा।